Date: 26th December 2024
महाराष्ट्र में प्रलय जैसी बारिश:
दिसंबर 2024 के आखिरी सप्ताह में महाराष्ट्र में मूसलधार बारिश के कारण बाढ़ का संकट उत्पन्न हो गया, जिससे 50 से अधिक लोगों की मौत हो गई। राज्य के कई हिस्सों में अचानक भारी बारिश के कारण नदियों में जलस्तर बढ़ गया, जिससे कई गांव और शहर जलमग्न हो गए। मुंबई, पुणे और कोंकण क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
सड़कों पर पानी भरने से यातायात अवरुद्ध हो गया है, और घरों में पानी घुसने से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचने के लिए मुश्किलों का सामना करना पड़ा। कई लोग अपनी जान बचाने के लिए छतों पर चढ़ गए। राहत और बचाव कार्यों के दौरान प्रशासन को बड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ा, क्योंकि सड़कों और पुलों का बुरी तरह से नुकसान हुआ था।
बाढ़ का कारण और प्रतिक्रिया:
मौसम विशेषज्ञों का मानना है कि यह अचानक भारी बारिश और बर्फबारी के कारण हुआ है। खासतौर पर कोंकण क्षेत्र में अत्यधिक बारिश ने नदियों और जलाशयों का जलस्तर बढ़ा दिया। राज्य सरकार ने आपातकालीन स्थिति घोषित करते हुए राहत कार्यों को तेज कर दिया है। अधिकारियों ने प्रभावित क्षेत्रों में अस्थायी राहत शिविर स्थापित किए हैं और खाद्य सामग्री व दवाइयां भेजी हैं।
राज्य सरकार की तैयारियां और भविष्य में कदम:
राज्य सरकार ने बाढ़ से प्रभावित लोगों को त्वरित मदद देने का वादा किया है, लेकिन बाढ़ के दौरान आवश्यक संसाधनों की कमी और समय पर राहत की किल्लत को लेकर कई सवाल खड़े हुए हैं। अब सरकार के सामने सबसे बड़ा सवाल यह है कि भविष्य में बाढ़ जैसी स्थिति को नियंत्रित करने के लिए क्या कदम उठाए जाएंगे।
हालांकि इस आपदा के बाद से राज्य सरकार ने जल निकासी और बाढ़ सुरक्षा उपायों को सुधारने के लिए योजना बनाने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा, ग्रामीण इलाकों में बाढ़ नियंत्रण परियोजनाओं को बढ़ावा देने और बारिश के पूर्वानुमान पर ध्यान देने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।